IC01 - बीमा के सिद्धांत परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स

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  • बीमा को छोटी सी धनराशि के बदले में विशेष जोखिम के कारण होने वाले नुकसान के दायरे में आनेवाले लोगों की बड़ी संख्या में कैलाने करने की सहकारी व्यवस्था के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। बीमा की परिभाषा जोखिम को वहन करने में असमर्थ किसी व्यक्ति से ऐसे व्यक्ति को इसका हस्तांतरण करने के रूप में भी दी जा सकती है जिसके पास प्रतिफल के बदले में इस तरह के जोखिम को वहन करने की क्षमता है।
  • बीमा की ज़रूरत किसी आस्ति से जुड़े जोखिमों से किसी व्यक्ति की सुरक्षा करने और इससे लाभ अर्जित करना जारी रखने के लिए होती है।
  • बीमा शुल्क (प्रीमियम) के बदले में आस्ति के मालिक से बीमा कंपनी को जोखिम का हस्तांतरण करता है।
  • पहली लिखित बीमा पॉलिसी सम्राट हम्बुराबी के कोड के साथ बेबीलोन के चतुष्कोणीय स्मारक पर की गयी थी। भारत में पहली बीमा कंपनी ओरिएंटल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी थी जिसका शुभारंभ 1818 में कोलकाता में किया गया था।
  • भारत में वर्ष 2000 में बीमा क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोल दिया गया था।

IC 01 बीमा के सिद्धांत

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