IC11 - साधारण बीमा व्यवहार परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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ऐसी पुनर्बीमा कंपनी जो पुनर्बीमा कंपनी को पुनर्बीमा बेचती है, "पुनः-पुनर्बीमा कंपनी" कहलाती है। ऐसी पुनर्बीमा कंपनी जो पुनर्बीमा कंपनी से पुनर्बीमा खरीदती है, "पुनः-अर्पणकर्ता कंपनी" कहलाती है।
बीमा की उत्पति चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में "बॉटमरी" में देखी जा सकती है जो भूमध्यसागरीय व्यापारियों द्वारा जारी किए जाते थे।
भारत में जीवन बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण 1956 में और साधारण बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण 1972 में हुआ था। लेकिन वर्ष 2000 में सरकार द्वारा सुधार कार्य शुरू किए गए और बीमा क्षेत्र को उदार बनाते हुए इसे निजी क्षेत्र और विदेशी कंपनियों के लिए खोल दिया गया।
राष्ट्रीयकरण युग के दौरान गैर-जीवन बीमा के परिदृश्य में सार्वजनिक क्षेत्र की चार बीमा कंपनियों का वर्चस्व था जबकि जीआईसी उनकी होल्डिंग कंपनी थी। वर्ष 2000 में जीआईसी की भूमिका एक राष्ट्रीय पुनर्बीमा कंपनी के रूप में परिवर्तित हो गयी और इसकी चार सहायक कंपनियों को स्वतंत्र कंपनियों के रूप में पुनर्गठित किया गया।
2014 तक 28 गैर-जीवन बीमा कंपनियां भारत में कारोबार कर रही हैं।