IC24 - जीवन बीमा का वैधानिक पक्ष परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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a) किसी व्यक्ति का 'बीमा योग्य हित' होना कहा जाता है जब वह बीमित व्यक्ति या संपत्ति के सकुशल और निरंतर अस्तित्व में बने रहने (सुरक्षा) से लाभ या मुनाफ़े की स्थिति में होता है, और उस व्यक्ति या संपत्ति को क्षति पहुँचने से उसे एक आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
b) बीमा योग्य हित उस विषय वस्तु का बीमा करने का व्यक्ति का कानूनी अधिकार है जिसके साथ उसका कानून के द्वारा मान्यता प्राप्त एक वैधानिक संबंध है।
c) सरल शब्दों में, बीमा योग्य हित का अर्थ है किसी जीवन या संपत्ति का 'बीमा करने का अधिकार'।
d) बीमा कानून की अपनी पुस्तक में, मैक-गिलिवरी ने जीवन बीमा अधिनियम, 1774 के तहत सभी जोखिमों के लिए लागू बीमा योग्य हित को इस प्रकार परिभाषित किया है : "जहां बीमाधारक ऐसी स्थिति में है कि उस घटना के घटित होने पर, जब बीमा राशि देय होगी, एक आसन्न कारण के रूप में, यह कानून के द्वारा मान्यता प्राप्त नुकसान या कमी में या किसी कानूनी देयता के दायरे में आता है, उस घटना के घटित होने पर संभावित नुकसान या देयता की सीमा तक एक बीमा योग्य हित होता है।"
जीवन बीमा अधिनियम, 1774 के प्रावधान - ब्रिटेन में जीवन बीमा अधिनियम, 1774 को व्यक्तियों के जीवन पर होने वाले बीमा को नियंत्रित करने के लिए और ऐसे सभी बीमाओं का निषेध करने के लिए अधिनियमित किया गया था, सिवाय उन मामलों के जहां बीमा करने वाले व्यक्तियों का बीमित व्यक्तियों के जीवन में एक हित होगा। अधिनियम की प्रस्तावना कहती है :जहा अनुमव से यह पाया गया है कि ऐसे व्यक्तियों के जीवनों या अन्य घटनाओ का बीमा करना, जिनमें बीमाधारक का कोई हित नहीं होगा, एक हानिकारक प्रकार का जुआ बन गया है : जिसके अपचार के लिए, इसे अधिनियमित किया जा रहा है ________."