IC38 - General Insurance Agent Exam - Hindi Study Notes - आईसी 38 - बीमा अभिकर्ता - सामान्य - परिक्षा के लिए अध्ययन नोट्स
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जोखिमों को वर्गीकृत करना और उनकी श्रेणी तय करना दर निर्घारण के लिए महत्वपूर्ण है।
बीमा की पूरी कार्यप्रणाली - में एक बड़ी संख्या में सांख्यिकीय रूप से समान जोखिमों की पूलिंगकरना शामिल है , जिससे कि बड़ी संख्याओं का नियम काम करे और नुकसानों की संख्या , (बारंबारता) और नुकसान की सीमा (गंभीरता) की संभावना पूर्वानुमान करने योग्य हो जाए।
बीमालेखन - बीमालेखन यह निर्धारित करने की प्रक्रिया है कि क्या बीमा के लिए प्रस्तावित जोखिम स्वीकार्य है, और यदि हां तो, किन दरों, नियमों और शर्तों पर बिमा आवरण को स्वीकार किया जाएगा।
नामांकन प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होते: - नुकसान की आवृत्ति और गंभीरता के संदर्भ में खतरे और जोखिम का आकलन और मूल्यांकन, पॉलिसी आवरण और नियम एवं शर्तों का निरूपण, प्रीमियम की दरें निर्धारित करना,
नामांकन प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होते: - बीमा में बीमालेखन और जोखिम वर्गीकरण हेतु सावधानी की जरूरत इस सामान्य तथ्य से उत्पन्न होती है कि सभी जोखिम बराबर नहीं होते हैं।, बीमालेखन का उद्देश्य जोखिमों का वर्गीकरण करना है ताकि उनकी विशेषताओं और उत्पन्न होने वाले जोखिम के स्तर के आधार पर प्रीमियम की एक उचित दर लगायी जा सके।