IC38 - General Insurance Agent Exam - Hindi Study Notes - आईसी 38 - बीमा अभिकर्ता - सामान्य - परिक्षा के लिए अध्ययन नोट्स
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गैर - जीवन बीमा का राष्ट्रीयकरण - 1972 में साधारण बीमा व्यवसाय राष्ट्रीयकरण अधिनियम (जीआईबीएनए) के लागू होने के साथ गैर - जीवन बीमा व्यवसाय का भी राष्ट्रीयकरण क्र दिया गया और भारतीय साधारण बीमा निगम (जीआईसी) और उसकी चार सहायक कंपनियों की स्थापना की गयी।
मल्होत्रा समिति और आईआरडीए - बीमा नियामक एवं विकास अधिनियम 1999 (आईआरडीए) के पारित होने से जीवन बीमा उद्योग दोनों के लिए एक सांविधिक नियामक संस्था के रूप में अप्रैल 2000 में बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) के हुआ।
बीमा - बीमा नुकसानों का सामना करने वाले कुछ दुर्भाग्यपूर्ण लोगों के नुकसानों को इसी तरह की अनिश्चित घटनाओं / परिस्थितियों के दायरे में आने वाले लोगों के बीच भागीदारी के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
कोई परिसंपत्ति - प्रत्यक्ष भौतिक रूप में [जैसे कि कार या भवन] हो सकती है - अप्रत्यक्ष अभौतिक रुप में [जैसे कि नाम और सुद्धावना] हो सकती है - व्यक्तिगत हो सकती है [जैसे कि किसी की आख, हाथ - पैर और शरीर के अन्य अंग] ।
संपत्ति अपना मूल्य खो सकती है। - कोई निश्चित घटना घटित होने पर , नुकसान की इस सभावना को 'जोखिम ' कहा जाता है। - जोखिम की घटना के कारण को 'आपदा' के रूप में जाना जाता है।