IC45 - साधारण बीमा बीमांकन परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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बीमा पॉलिसीधारकों / बीमाधारकों और बीमाकर्ता के बीच एक संविदा है। इस संविदा में बीमाधारी प्रतिफल के रूप में प्रीमियम का भुगतान करता है जबकि बीमाकर्ता यह वचन देता है कि यदि पॉलिसी अवधि में किसी अनिश्चित घटना के कारण बीमाधारी को कोई क्षति पहुंचेगी तो वह क्षतिपूर्ति अधवा निर्धारित सेवा प्रदान करेगा।
बीमांकन ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा जोखिम की बीमायोग्यता का मूल्यांकन किया जाता है। इसके जरिये जोखिम को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का निर्णय लिया जाता है।
दरांकन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिये भविष्य में आने वाले दावों और खर्चों तथा लाभ हेतु मार्जिन को ध्यान में रखते हुए प्रीमियम (मूल्य) का परिकलन किया जाता है।
सरल शब्दों में कहेंगें तो पुनर्बीमा बीमा का बीमा है। यह एक ऐसा तंत्र है जिसके जरिये बीमाकर्ता जोखिमों का विस्तार या फैलाव करता है ताकि उनके द्वारा जारी पॉलिसियों पर आने वाले दावों के प्रति उनके दायित्वों को सीमित किया जा सके। पुनर्बीमा सुनिश्चित करता है कि किसी भी बीमाकर्ता पर पॉलिसीधारकों को कवर करते समय अतिरिक्त बोझ न पड़े।
बीमा की रचना कई व्यक्तियों द्वारा अपने-अपने अंशदान द्वारा एक बड़ी निधि का संग्रहण करने से हुई है। ताकि वे हानि के प्रभाव से बच सकें। और पूल (निधि) में अंशदान करने वाले किसी व्यक्ति या व्यक्तियों पर हानि का प्रभाव न पड़ सके।