IC45 - साधारण बीमा बीमांकन परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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बीमांकन के तीन महत्वपूर्ण कार्य हैं - जोखिम चयन, वर्गीकरण, दरांकन और पॉलिसी का चयन। ये तीनों क्रियाकलाप एक दूसरे पर आश्रित होते हैं। बीमांकक तय करता है कि जोखिम स्वीकार्य है और फिर वह जोखिम का वर्गीकरण करता है तथा जोखिम के लिए दर निश्चित करता है और तत्पश्चात पॉलिसी जारी की जाती है।
वर्गीकरण का प्रयोजन जोखिमों को समान समूहों में विभक्त करना है और तदनुसार दरें लगायी जाती हैं।
दरें प्रीमियम के रूप में नहीं होती, दर वह मूल्य है जो बीमा यूनिट के लिए दिया जाता है। दरें हानि की संभावना और मात्रा के अनसार भिन्न - भिन्न होती है।
पुनर्बीमा सुनिश्चित करता है कि पॉलिसीधारकों का बीमा आवरण देते समय बीमाकर्ता पर अधिक दायित्व न लादा जाए।
जोखिम स्वीकार करने से पहले बीमांकक से अपेक्षा की जाती है कि वह संभाव्य जोखिम, आपदा के घटित होने की संभावना का अनुमान तथा दायित्व की मात्रा का अनुमान लगाने का दृष्टांकन करे।