IC57 - अग्रि एवं परिणामी हानि बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स

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  • बर्निंग लागत की गणना एक नियत अवधि लेते हुए (माना कि 4 वर्ष) और अदा किये गये एवं बकाया दावों में हानि आधिक्य पुनर्बीमाकर्ताओं के हिस्से तथा उस अवधि हेतु कंपनी की सकल शुद्ध प्रीमियम आय के बीच रहे अनुपात के आधार पर की जाती है।
  • हानि आधिक्य आवरण के प्रकार हैं : प्रति जोखिम आवरण और प्रति घटना आवरण।
  • भूकंपों की बारम्बारता तथा गंभीरता के परिप्रेक्ष्य में अखिल भारतीय अग्नि प्रशुल्क में भारत को चार भूकंप अंचलों में विभाजित किया गया है।
  • क्रेस्टा का मुख्य उद्देश्य बीमाकर्ताओं और पुनर्बीमाकर्ताओं के बीच संचयन जोखिम नियंत्रण और प्रारुपीकरण हेतु एकत्रित उद्भासन आंकड़ों का इलेक्ट्रॉनिक अंतरण करने के लिए एकरुप एवं वैश्विक प्रणाली स्थापित करना है।
  • भारतीय अग्नि पुनर्बीमा कार्यक्रम की सा.बी.नि. तथा उसकी चार सहायक कंपनियों की ओर से सालाना समीक्षा की जाती है और अंततः भारत सरकार द्वारा उसे अनुमोदित किया जाता है। इसके पीछे यह उद्देश्य रहा है कि देश के भीतर प्रतिधारण को बढ़ावा मिल सके और विदेशी मुद्रा के बहिर्प्रवाह को रोका जाए।

IC 57 अग्रि एवं परिणामी हानि बीमा

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