IC72 - मोटर बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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दर - निर्धारण कारक वे कारक होते हैं जिनका बीमाकर्ताओं की निधियों के बहिर्प्रवाह पर सीधा असर पड़ता है।
मूल्य निर्धारण से संबंधित तीन सर्वाधिक महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं प्रीमियम पर्याप्तता, निष्पक्षता तथा सरलता, सुसंगति तथा लोच्यता।
क्रैश परीक्षण हेतु विश्वव्यापी एनसीएपी मानदंडों का अनुपालन न कर पाने के कारण भारी संख्या में हो जन - जीवन की हानि एवं संपूर्ण हानि दावों की बढ़ती संख्या ने बीमाकर्ताओं के ऊपर दायित्व का भारी बोझ डाल दिया है।
वाहन बीमा उद्योगों द्वारा प्रयोग में लाये जा रहे "क्रेडिट स्कोरों" को देखा जाए तो वे वास्तव में "बीमा जोखिम स्कोर" होते हैं। दोनों ही स्कोर बीमाधारक की पूर्ण क्रेडिट रिपोर्ट में निहित जानकारी पर आधारित रहते हैं लेकिन अंतिन स्कोर हासिल करने के लिए वे विभिन्न कारकों पर बल देते हैं।
अधिकांश वाहन बीमाकर्ता "बीमा स्कोर" का प्रयोग करते हुए बीमाधारक को एक दर श्रेणी (जैसे - वरीयताप्राप्त, मानक या उच्च जोखिम) में रखते हैं उसी श्रेणी के भीतर उसके लिए एक मूल्य तय कर लेते हैं।