IC72 - मोटर बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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यदि रक्त में अल्कोहल की 0.08 ग्राम प्रति डेसीलीटर या उससे उच्चतर मात्रा पाई गयी तो उससे स्वतः ही यह मान लिया जाता है कि ड्राइवर नशे की हालत में वाहन चला रहा था।
भविष्यसूचक मॉडेल न केवल हानि - की - पहली - सूचना पर या चोट लगने की प्राथमिक रिपोर्ट पर लागू किये जाते हैं, बल्कि दावा संसाधन के दौरान भी लागू किये जाते हैं ताकि उनकी शीघ्र पहचान करते हुए उनसे निबटा जा सके क्योंकि ये ऐसे दावे होते हैं, जिनके मामले में तुरंत ध्यान दिये जाने की जरुरत होती है ताकि बाद में किसी प्रकार की नाराजगी न होने पाए।
कुछेक वाणिज्यिक बीमा कंपनियों ने यह मानना शुरु कर दिया है कि बेहतर वैज्ञानिक तौर तरीकों, जो आधुनिक भविष्यसूचक एनालिटिक्स उपलब्ध करा सकते हैं, की सहायता से बीमांकनकर्ता अपना काम और अधिक प्रभावशाली ढंग से कर सकते हैं।
भविष्यसूचक एनालिटिक्स अपना रही अधिकांश कंपनियां इसे एक विशेष साधन के रूप में देखती हैं जिससे उन्हें मूल्य - निर्धारण एवं बीमांकन में मदद मिल सकती है।
भविष्यसूचक एनालिटिक्स अन्य कामों के अलावा निम्नलिखित के लिए भी उपयोगी है : ग्राहक अधिग्रहण, लक्ष्य मार्केटिंग, ब्रोकर प्रबंधन, लागत कटौती, प्रतिधारण प्रबंधन, दावा संसाधन प्रबंधन।