IC72 - मोटर बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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दीवानी न्यायालयों की जो शक्तियां और साज - सामान होते हैं, वही सब प्राधिकरणों को भी उपलब्ध कराये गये हैं। यदि आगे चलकर धोखाधड़ी साबित हो जाती है तो बीमाकर्ता के विरुद्ध निर्णीत किसी अवार्ड की पुनरीक्षा कर सकने या उसे वापिस ले सकने का अधिकार एमएसीटी को उपलब्ध दीवानी न्यायालय की एक महत्वपूर्ण अनुषंगी शक्ति है।
केवल सड़क पर घायल पीड़ितों के लिए भुगतान एवं वसूली: उच्चतम न्यायालय ने यह स्पष्ट किया है कि यदि ड्राइवर के पास स्वतः ही ड्राइविंग लाइसेंस न रहा हो तो बीमाकर्ता से यह नहीं कहा जा सकता कि वह भुगतान करते हुए वसूली करे।
निपटान की वैकल्पिक पद्धतियों में निम्नलिखित का समावेश है : i. समझौताकारी समिति, ii. संयुक्त समझौता याचिका, iii. जल्द राहत योजना, iv. सहमतिजन्य अधिनिर्णय, v. लोक अदालत, vi. बीमा सेवा हेतु स्थाई लोक अदालत, vii. सोलेशियम निधि
चोट से हुई अपंगता दावा मामलों में क्षतिपूर्ति के निर्धारण को अधिशासित करने वाले तीन मूलभूत सिद्धांत इस प्रकार हैं : i. निर्धारिता का सिद्धांत, ii. समरुपता का सिद्धांत, iii. भविष्यसूचकता का सिद्धांत
मुआवजे दो प्रकार के होते हैं - आर्थिक मुआवजा और गैर - आर्थिक मुआवजा।