IC72 - मोटर बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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तृतीय पार्टी दावा निपटान में आंतरिक लेखा परीक्षा के मुद्देःतृतीय पार्टी दावा निपटान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों का यहां नीचे उल्लेख किया जा रहा है : i. क्या बकाया प्रावधान की गणना करने के लिए अपनाई गयी कार्यप्रणाली सही है, ii. कुछ फाइलें अधूरी क्यों रखी गयी हैं, पॉलिसी जारीकर्ता बाहरी कार्यालयों से धारा 64 वीबी के अनुपालन की पुष्टि नहीं हुई है, iii. अंतर्कार्यालयीन खातों से अदा किये गये दावे भुगतान वर्ष के दौरान प्रदत्त तृतीय पार्टी दावों / सूचना रजिस्टर में परावर्तित नहीं हुए हैं जिससे प्रदत्त दावों के लिए अपर्याप्त बकाया प्रावधान दर्शाये जाने के कारण विकास अधिकारीयों को किये जाने वाले प्रोत्साहन भुगतानों की सत्यता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।, iv. कुर्की आदेशों की जांच-पड़ताल किये जाने की जरुरत है कि वे कौन से कारण रहे थे जिनकी वजह से ऐसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हुई। कार्यप्रणाली में रह गयी कमियों की पहचान की जाए और पैनल एडवोकेट से स्पष्टीकरण मांगा जाए।, v. दावों के प्रभावशाली संचलन हेतु तैनात कार्मिकों की तुलना में दर्ज किये गये तृतीय पार्टी दावों की संख्या कहीं ज्यादा है।, vi. गुणवत्ता आश्वासन दलों को चाहिए कि वे यथोचित कार्यवाही शुरु करने के लिए बड़े दावों एवं तीन वर्ष से अधिक की अवधि से लंबित दावों की जांच करें ताकि उनका शीघ्र निपटान किया जा सके।
अनाथ दावों का उपचार : अनाथ दावे वे तृतीय पार्टी दावे होते हैं जिनके बारे में कोई पॉलिसी विवरण उपलब्ध नहीं रहते। कभी कभी दावा प्राधिकरणों की ओर से दावा याचिका संलग्न किये बगैर केवल बीमा कंपनी को ही नोटिस जारी किये जाते हैं। तब ऐसे दावों को अनाथ दावों के तौर पंजीकृत किया जाता है और उनके बारे में अलग से सूची बनाई जाती है।
स्वयं प्रमाण (res ipsa loquitur) वाले सिद्धांत का अर्थ होता है दुर्घटना स्वयं अपना बखान करती है।