IC74 - दायित्व बीमा परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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4. कमी से तात्पर्य है कार्य - निष्पादन की गुणवत्ता, प्रकृति तथा ढंग में रह गयी कोई त्रुटि, दोष, कमी या अपर्याप्तता जिसे किसी कानून द्वारा या उसके अंतर्गत बनाये रखा जाना है या किसी सेवा के संदर्भ में किसी संविदा या अन्यथा के अनुसरण में किसी व्यक्ति की ओर से उसका निष्पादन किया जाना है।
5. शिकायत से तात्पर्य है किसी शिकायतकर्ता द्वारा लिखित रुप में लगाया गया कोई भी आरोप किः क) उसकी ओर से खरीदी गयी वस्तुओं में एक या एक से अधिक दोष पाये गये हैं ख) उसकी ओर से किराये पर या ली गयी सेवाओं में कमी पायी गयी है ग) किसी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए जनता को ऐसी खतरनाक वस्तुएं बेची जा रही हैं जिनसे लोगों की जान माल को खतरा है जबकि ऐसी वस्तुओं के प्रयोग और उससे पड़ने वाले प्रभाव के बारे में व्यापारी को सूचना प्रदर्शित करनी चाहिए थी।
6. "अपभोक्ता विवाद" से तात्पर्य है एक ऐसा विवाद जहां जिस व्यक्ति के विरोध में शिकायत दर्ज की गयी है वह शिकायत में लगाये गये आरोप नकारता या उनका विरोध करता हो।
7. "विनिर्माता" से तात्पर्य है वह व्यक्ति जो : क) किसी भी प्रकार की वस्तुओं या उनके हिस्सों को बनाता या उनका निर्माण करता है, या ख) कोई वस्तुएं बनाता या उनका निर्माण नहीं करता है पर दूसरों के द्वारा बनाये गये या विनिर्मित कलपुर्जों को जोड़कर वस्तुएं बनाता है और यह दावा करता है कि अंतिम उत्पाद या वे वस्तुएं उसकी बनाई हुई या स्वयं उसके द्वारा निर्मित हैं या ग) किसी अन्य निर्माता की ओर से बनाई गयी वस्तुओं पर अपना स्वयं का चिह्र लगाता है या लगवाता है और दावा करता है कि वे वस्तुएं उसकी बनाई हुई या स्वयं उसके द्वारा निर्मित हैं
8. किसी भी वस्तु के संदर्भ में व्यापारी से तात्पर्य है कोई भी व्यक्ति जो विक्री हेतु कोई भी वस्तु बेचता है या उसका वितरण करता है और इसमें ऐसी वस्तु का निर्माता भी शामिल है तथा जब ऐसी वस्तुएं पैकेज के रुप में बेची या वितरण की जाती हैं तो उसमें उन्हें पैक करने वाला व्यक्ति भी शामिल रहता है।