जैसे जैसे आवरण में बढ़ोतरी होती है, उच्चतर आवरण का औचित्य साबित करने के लिए दूसरे आय दस्तावेज प्रस्तुत करने की जरुरत पड़ती है।
लोगों के विभिन्न समूहों तथा व्यवसाय वर्गों द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले वित्तीय दस्तावेज अलग अलग किस्म के होते हैं।
जो लोग उच्च जोखिम वाले व्यवसायों में कार्यरत हैं, उन्हें उच्चतर बीमा जोखिम के तौर पर माना जाता है।
बीमांकनकर्ताओं के लिए यह जरुरी है कि वे लोगों का उनके व्यवसाय के प्रति रहे अतिरिक्त उद्भासन का आकलन करें। इसके लिए बीमांकनकर्ता को निम्नलिखित के संदर्भ में जानकारी इकट्ठा करनी होती है : व्यवसाय के विवरण, कार्य की प्रकृति, निष्पादित की जाने वाली गतिविधियां, आदि।
अपने रोजमर्रा के काम के अलावा उप-व्यवसाय एक ऐसी गतिविधि होती है जिसे कोई व्यक्ति हॉबी के तौर पर अपनाता है। जो लोग "खतरनाक खेलकूदों और उप-व्यवसाय" में भाग लेते हैं। उन्हें बीमा कंपनियों द्वारा "उच्च जोखिम" माना जाता है।