Important Points for IC 22 जीवन बीमा - लेखन Exam

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  • पुनः पुनर्बीमा (Retrocession) :पुनः पुनर्बीमा वह प्रक्रिया होती है जिसके माध्यम से कोई पुनर्बीमाकर्ता अपने जोखिमों का किसी दूसरे पुनर्बीमाकर्ता के पास पुनर्बीमा करवाता है। आसान शब्दों में कहा जाता तो पुनः पुनर्बीमा और कुछ नहीं बल्कि पुनर्बीमा का पुनर्बीमांकन करना होता है।
  • पुनः पुनर्बीमा कर्ता (Retrocedent) : पुनः पुनर्बीमा कर्ता वह पुनर्बीमा कंपनी होती है जो किसी दूसरे पुनर्बीमाकर्ता को जोखिम अंतरित (अर्पित) करती है। दूसरे शब्दों में, जो पुनर्बीमा कंपनी पुनर्बीमा खरीदती है उसे पश्चर्पणकर्ता कहा जाता है।
  • पुनः पुनर्बीमा स्वीकारकर्ता (Retrocessionaire): जो पुनर्बीमा कंपनी दूसरे पुनर्बीमाकर्ता से जोखिम स्वीकार करती है उसे पुनः पुनर्बीमा स्वीकारकर्ता कहा जाता है। आसान शब्दों में, जो पुनर्बीमा कंपनी पुनर्बीमा बेचती है उसे पुनः पुनर्बीमा स्वीकारकर्ता कहा जाता है।
  • पुनर्बीमा ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत अर्पणकारी कंपनी किसी पुनर्बीमाकर्ता को जोखिम का एक हिस्सा अर्पित करती है।
  • पुनर्बीमा के माध्यम से प्रत्यक्ष बीमाकर्ता की देयता काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है और इससे जोखिम की साझेदारी करने और उसके फैलाव में भी सहायता मिलती है।

जीवन बीमा - लेखन

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