गर्भावस्था के दौरान होने वाले डाइबिटीज में गर्भावस्था के दौरान खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। इस तरह के डाइबिटीज का निदान गर्भावस्था के दौरान ही हो जाता है।
डाइबिटीज-पूर्व स्थिति किसी व्यक्ति के स्वस्थ रहने और डाइबिटीज हो जाने के बीच का चरण होती है। जिन लोगों में डाइबिटीज - पूर्व स्थिति का पता चलता है, आगे चलकर उन्हें टाइप 2 डाइबिटीज हो जाता है।
डाइबिटीज की संभाव्य स्थिति का निदान करने के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय रहे जो दो परीक्षण किये जाते हैं वे हैं : प्रातःकाल खाली पेट किया जाने वाला ग्लूकोज परीक्षण - ग्लूकोज लेने के दो घंटे बाद वाला परीक्षण
चिकत्सीय समीक्षा का प्रयोजन होता है - डाइबिटिज नियंत्रण की जांच करना तथा तत्संबंधी सलाह देना, डाइबिटीज से संबंधित समस्याओं का साक्ष्य जुटाने के लिए, संभाव्य उपचार कराने के प्रयोजन से
बीमांकन करते समय डाइबिटीज वाले आवेदकों से पुराने चिकित्सा रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए कहा जाना चाहिए।