बीमांकन की केन्द्रीकृत पद्धति में पॉलिसी जारी करने से संबंधित अधिकांश कार्य बीमा कंपनी के प्रधान कार्यालय स्तर पर किया जाता है।
बीमांकन की विकेन्द्रीकृत पद्धति के अंतर्गत पॉलिसी जारी किये जाने से संबंधित अधिकांश कार्य प्रधान कार्यालय स्तर पर न होकर या तो क्षेत्रीय कार्यालय में या शाखा कार्यालय में किया जाता है।
केवायसी "नो योर कस्टमर" (अर्थात् अपने ग्राहक को जानें) मापदंडों के प्रथमाक्षर या संक्षिप्त रुप हैं जिसे भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई)द्वारा बीमा कंपनियों के लिए निर्धारित किया गया है। इन मापदंडों का प्रयोग ग्राहकों की पहचान प्रक्रिया में किया जाता है।
गैर-चिकित्सकीय बीमांकन ज्यादा जोखिम भग माना जाता है और इन उत्पादों का प्रीमियम चिकित्सकीय आधार पर किये जाने वाले उत्पादों के बीमांकन की तुलना में उच्चतत्र होता है क्योंकि बीमाधारक को चिकित्सा जांच किये बगैर ही बीमा आवरण दिया जाता है।
गैर-चिकित्सकीय ग्रिड सामान्यतया आयु, बीमाकृत राशि तथा उत्पाद से संबंधित रहते हैं। गैर-चिकित्सकीय बीमांकन के लिए प्रत्येक बीमा कंपनी अपने हरेक उत्पाद हेतु, गैर-चकित्सकीय ग्रिड स्थापित करती है जिसके आधार पर बीमांकनकर्ताओं द्वारा जोखिम स्वीकार किया जा सकता है।