IC01 - बीमा के सिद्धांत परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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किसी आपदा के प्रभाव से उत्पन्न होने वाले वास्तविक नुकसान में (क) मरम्मत, प्रतिस्थापन या पुनर्स्थापन और (ख) परिणामी नुकसान जब तक कि मरम्मत, प्रतिस्थापन या पुनर्स्थापन नहीं हो जाता, इनकी लागतें शामिल हैं।
जोखिम प्रबंधन के तरीकों में शामिल हैं : जोखिम से बचाव, जोखिम को कम करना, जोखिम को बनाए रखना, जोखिम का हस्तांतरण।
नुकसान को कम करने की तकनीकों में पृथक्करण, दोहराव, विविधीकरण, क्षतिपूर्ति समझौता, हेजिंग आदि शामिल हैं।
कोई व्यक्ति जीवन बीमा योजना खरीद कर अपने जीवन से जुड़े जोखिम को किसी जीवन बीमा कंपनी के पास हस्तांतरित कर इसका प्रबंधन कर सकता है।
बीमा कंपनी (जिसे आम तौर पर बीमाकर्ता कहा जाता है) कोई नुकसान घटित होने की स्थिति में आस्ति के मालिक (बीमाधारक) या लाभार्थी को एक निश्चित धनराशि (बीमा धन) का भुगतान करने का वादा करती है ताकि वे वित्तीय लाभों को जारी रखना सुनिश्चित करने की कोशिश कर सकते हैं। बीमाधारक जोखिम को धारण करने के लिए बीमा कंपनी को निश्चित धनराशि (प्रतिफल) का भुगतान करता है जिसे प्रीमियम के रूप में जाना जाता है।