IC45 - साधारण बीमा बीमांकन परिक्षा महत्वपूर्ण टॉपिक्स और नोट्स
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पुनर्बीमांकन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिये पोर्टफोलियो की लाभप्रदता की व्यवस्था की जाती है तथा हानि के कारणों की पहचान कर आवश्यक सुधार किये जाते हैं।
सुधारात्मक कार्रवाई का कार्यान्वयन निम्न में से या अन्य कदम उठाकर की जाती है जैसे कि नवीकरण नहीं करना, मिथ्या कथन के कारण पॉलिसी निरस्त करना, आवरण में संशोधन, बीमित रकम की पर्याप्तता की जाँच, पोर्टफोलियो के जोखिम प्रोफाइल में संशोधन, दिशानिर्देशों में संशोधन, परिवेशगत परिवर्तनों के आधार पर संशोधन, प्रीमियम में बदलाव, पोर्टफोलियो को बंद करना।
सुधारात्मक कार्रवाई का कार्यान्वयन सबसे पहले उन पॉलिसियों के लिए किया जाए जिनमें वांछित सुधार लाना सरल हो।
बीमांकन अंकेक्षण का प्रयोजन बीमांकक तथा प्रबंधन को फीडबैक देना है कि बीमांकन नीति और उसकी व्याख्या तथा बीमांकन / दरांकन मैनुअलों का प्रयोग सही तरीके से हो रहा है।
अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर अंकेक्षक संबंधित विभाग को समीक्षा करने की सलाह दे सकते हैं तथा जहाँ नियोजित परिणाम नहीं आ रहे हैं वहाँ पोर्टफोलियो या पोर्टफोलियो के किसी अंश का पुनर्बीमांकन शुरू करने की सलाह दे सकते हैं।