यदि बीमा कंपनियां किसी व्यक्ति से सम्बद्ध जोखिम को सामान्य जोखिम की तुलना में उच्चतर और मानक प्रीमियम दरों पर बीमा किये जाने योग्य नहीं समझती हों तो उसे अवमानक जोखिम कहा जाता है।
ह्रासमान पुनर्ग्रहणाधिकार पद्धति का प्रयोग उन मामलों में किया जाता है जहां किसी व्यक्ति से सम्बद्ध जोखिम का कुछ समय बीतने के बाद ह्रास हो जाने की संभावना हो।
विशिष्ट अपवर्जन पद्धति के अंतर्गत बीमा कंपनी द्वारा अपवर्जन खंड सहित प्रस्ताव स्वीकार किया जाता है।
बीमांकनकर्ता चाहे तो कुछ निश्चित समय के लिए अपना निर्णय स्थगित कर सकता है यदि उसे लगता हो कि उस व्यक्ति से सम्बद्ध जोखिम का कुछ निश्चित अवधि के बाद ह्रास हो जाएगा तथा वह बीमायोग्य हो सकता है।
यदि किसी व्यक्ति से सम्बद्ध जोखिम अति उच्च रहा हो और चाहे कितना भी अतिरिक्त प्रीमियम या विनिर्दिष्ट अपवर्जन प्रभारित किये जाएं, कंपनी अपने लिए उसका जोखिम कम नहीं कर सकती हो तो ऐसे में बीमा कंपनी द्वारा उस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया जाता हे।